कानून बनाकर आप मनुष्य पर नियंत्रण कर सकते हैं, हवा पर नहीं। विज्ञान सबसे शक्तिशाली होता है, वह भी सिर्फ साकार को ही कंट्रोल कर सकता है, निराकार को साधने की ताकत उसमें भी नहीं है। फिर कानून तो सिर्फ एक मान्यता है। माननेवालों के लिए वह भगवान् है और न माननेवालों के लिए कल्पना।