Prateek Singh

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मैंने पत्नी की तरफ प्रेम भरी मायूसी से देखा और विवशता भरे स्वर में उससे कहा, “हे मेरी सबसे अच्छी मित्र, मुझे क्षमा करना। मैं अब व्यक्ति नहीं रहा, भीड़ हो गया हूँ और भीड़ के लिए सारा संसार सिर्फ एक ही बात कहता है कि भीड़ पागल होती
Maun Muskaan Ki Maar (Hindi Edition)
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