Prateek Singh

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अब गप्पी गुरु ने अपनी मुख मुद्रा बदली, एक गहरी दृष्टि पप्पी गुरु पर डाली, अचानक पप्पी को लगा कि वे कुरुक्षेत्र के मैदान में घुटनों के बल हाथ जोड़कर बैठे गिड़गिड़ाते हुए अर्जुन हैं और उनके भाईसाहब गप्पी गुरु ‘एकोहम द्वितियो नास्ति’ वाले श्रीकृष्ण।
Maun Muskaan Ki Maar (Hindi Edition)
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