Prateek Singh

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मैंने कहा, “यार भग्गू, तुमने तो कमाल कर दिया, लोग हीरा नहीं बेच पाते, तुमने पत्थर बेच दिए।” भग्गू बोले, “लोग हीरे को शक की नजर से देखते हैं गुरु, और पत्थर को विश्वास की। मैंने पत्थर नहीं, उनके विश्वास को बेचा है।”
Maun Muskaan Ki Maar (Hindi Edition)
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