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Kindle Notes & Highlights
तुम तो यादों के हवाले करके मुझको चल दिये मेरी मजबूरी यह है मैं भूलता कुछ भी नहीं प्यार की अपनी ज़बाँ अपना ही इक अन्दाज़ है मैंने सब कुछ सुन लिया उसने कहा कुछ भी नहीं
मेरी निगाह में मंज़िल के ख्वाब रहते हैं मुझे सताती नहीं रास्तों की तन्हाई
यही चाहा कि जो मुझसे मिले मेरी तरह सोचे इसी इक सोच से ख़ुद को अकेला कर लिया मैंने
मैं तो खोया रहूंगा तेरे प्यार में तू ही कह देना, जब तू बदलने लगे
तुझे पाने की कोशिश2 में कुछ इतना खो चुका हूँ मैं कि तू मिल भी अगर जाये तो अब मिलने का ग़म होगा
तू छोड़ रहा है, तो ख़ता इसमें तेरी क्या हर शख़्स मेरा साथ निभा भी नहीं सकता
मैं तो खोया रहूंगा तेरे प्यार में तू ही कह देना, जब तू बदलने लगे
ऐसे रिश्ते का भरम रखना कोई खेल नहीं तिरा होना भी नहीं और तिरा कहलाना भी
मेरी राहें बहुत अलग हैं जाओ मेरा साथ न दो
धरती को अम्बर से जोड़ गया सावन जोड़ा कुछ ऐसे कि तोड़ गया सावन

