P M

52%
Flag icon
सबकुछ करते हुए ‘कर्ताभाव’ से अपने को दूर ही रखता था। सामाजिक दृष्टि से निरपेक्षता प्रदान करने के लिए यह आवश्यक था। दूसरी
लाक्षागृह (कृष्ण की आत्मकथा -IV)
Rate this book
Clear rating