वह क्या वस्तु है, क्या वस्तु है वह जो तुम उपदेशों और गुरुओं से सीखना चाहते थे, और जो वे तुमको भरपूर शिक्षा देने के बावजूद सिखा नहीं सके? और उसने पाया : यह स्वत्व था, जिसके उद्देश्य और सारतत्त्व को मैं जानना चाहता था। यह स्वत्व था जिससे मैं ऊपर उठना चाहता था।