Suraj

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"क्या आप मुझको उस पार ले जाएँगे?" उसने पूछा। ऐसे वैभवशाली आदमी को अकेले और पैदल चलते देखकर हैरान मल्लाह ने, उसको अपनी नाव में बैठाया और नाव को तट से खींचने लगा। "बहुत सुन्दर जीवन का चुनाव किया है आपने अपने लिए," यात्री ने कहा। "बहुत आनन्ददायी होता होगा हर दिन इस पानी के पड़ोस में रहना और इस पर यात्रा करना।" पतवार चलाते आदमी ने दायें-बायें हिलना ज़ारी रखते हुए कहा : "बहुत सुन्दर है, श्रीमान, वैसा ही है जैसा आप कह रहे हैं। लेकिन सुन्दर क्या हरेक जीवन, हरेक काम नहीं होता?" "हो सकता है। लेकिन मुझे आपके काम से ईर्ष्या होती है।" "आह, आप जल्दी ही इसका आनंद लेना बन्द कर देंगे। यह सुन्दर वस्त्र पहनने ...more
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Siddharth (Hindi) (Hindi Edition)
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