Suraj Singh Rawat

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पत्नी खाना बनाते-बनाते पति को देख लेती थी। हर बार देखने में उसे छूटा हुआ नया दिखता था। क्या देख लिया है यह पता नहीं चलता था। क्या देखना है यह भी नहीं मालूम था। देखने में इतना ही मालूम होता होगा कि यह नहीं देखा था।
Deewar Mein Ek Khirkee Rahati Thee (3rd) (Hindi Edition)
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