Praveen Gupta

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आढयानां मांसपरमं मध्यानां गोरसोत्तरम्। तैलोत्तरं दरिद्राणां भोजनं भरतर्षम्।।49।। महाराज धृतराष्ट्र! धन के अहंकार में डूबे लोगों के भोजन में मांस की, मध्यम वर्ग के लोगों के भोजन में दूध, दही और मक्खन की तथा निर्धन लोगों के भोजन में तैलीय भोजन की प्रधानता होती है।
Vidur Neeti (Hindi Edition)
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