गुणाश्च षण्मितभुत्तंक्त भजन्ते आरोग्यमायुश्च बलं सुखं च। अनाविलं चास्य भवत्यपत्यं न चैनमाद्यून इति क्षिपन्ति।।34।। जीने लायक भोजन करने वाले को ये छह गुण प्राप्त होते हैं-(1) उत्तम स्वास्थ्य, (2) दीर्घायु, (3) बल, (4) सुखी जीवन, (5) सुंदर संतान तथा (6) ‘पेटू’ होने की निंदा से मुक्ति। ܀܀܀

