Praveen Gupta

23%
Flag icon
ईर्ष्यी घृणी न सन्तुष्टः क्रोधनो नित्यशङिकतः। परभाग्योपजीवी च षडेते नित्यदुखिताः।।95।। ईर्ष्यालु, घृणा करने वाला, असंतोषी, क्रोधी, सदा संदेह करने वाला तथा दूसरों के भाग्य पर जीवन बिताने वाला-ये छह तरह के लोग संसार में सदा दुखी रहते हैं।
Vidur Neeti (Hindi Edition)
Rate this book
Clear rating