Praveen Gupta

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अष्टौ तान्यव्रतघ्नानि आपो मूं फलं पयः। हबिर्ब्राह्मणकाम्या च गुरोर्वचनमौषधम्।।70।। जल पीने, कंदमूल खाने, फल खाने, दूध पीने, घी खाने, ब्राह्मण की बात रखने के लिए खाने, गुरु की आज्ञा मानकर खाने से व्रत भंग नहीं होता।
Vidur Neeti (Hindi Edition)
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