Utkarsh Garg

33%
Flag icon
परन्तु बार-बार इफ़्फ़न की आत्मा में झाँकना ज़रूरी है, क्योंकि देश में जो परिवर्तन हो रहा है उसे केवल टोपी की खिड़की से नहीं देखा जा सकता । इफ़्फ़न भी टोपी ही का एक रूप है । इस टोपी के बेशुमार रूप हैं । बंगाल, पंजाब, यू.पी., आन्ध्र, असम...सारे देश में यह टोपी अपनी समस्याओं का कशकोल लिए विचारधाराओं, फ़लसफ़ों, राजनीतियों...के दरवाज़े खटखटा रहा है । परन्तु कोई इसे सहारा नहीं देता । मैं इस कहानी को इतना नहीं फैला सकता कि इसमें टोपी के तमाम रूप समा जाएँ । इसलिए मैंने केवल दो रूप चुन लिए हैं ।
टोपी शुक्ला
Rate this book
Clear rating