उसने यह चाहा कि उसकी माँ के यहाँ एक साइकिल हो जाए तो उसके यहाँ भैरव हो गया । उसने चाहा कि सकीना उसे राखी बाँध दे तो वह जम्मू चली गई । उसने चाहा कि सलीमा से उसकी शादी हो जाए तो अपना थीसिस लिखवाकर सलीमा ने किसी साजिद ख़ाँ से ब्याह कर लिया । उसने एक नौकरी चाही तो कहीं हिन्दू होने के कारण नहीं मिली, कहीं मुसलमान होने के कारण । एक आदमी के कितने टुकड़े हो सकते हैं

