“यार, देखो बुरा मत मानना बे। इलाहाबाद से है। अबे, तबे, कस-में हर बात में निकल आता है। मन में कुछ नहीं रखते। जो कुछ आए तो बक के बराबर कर देते हैं। कभी-कभी इस चक्कर में लभिड़ भी जाते हैं पर देखो हम यार हैं तो ऐसे ही। गाली-ऊली दे दें तो बुरा मत मानना। अब तुम रूममेट हो हमारे।”