Vijay Anand Tripathi

34%
Flag icon
प्यार दस्त की तरह ही होता है, कभी भी किसी को भी लग जाता है, कितनी बार भी लग सकता है और और जब लगता है तो जब तक इंसान को निचोड़ नहीं लेता तब तक छोड़ता नहीं है। फिर सीधे आत्मा निकाल के मानता है।”