मैंने कल्पना भी नहीं की थी कि उन पन्नों पर बिखरा मेरा दुख, मेरा दर्द और मेरी गंभीरता को इस तरह नंगा किया जाएगा और उसे ऐसी मैडिकल शब्दावली और शब्दाडंबरों की चौंधिया देने वाली, असहनीय चमक में बेरहमी से जांचा जाएगा जिसे मैंने कभी सुना भी नहीं था। उस जांच की बेरहमी में पीड़ा, हसरत और निष्कपटता से भरे मेरे बड़ी सावधानी से चुने हुए शब्द कुम्हला जाएंगे, नष्ट हो जाएंगे। उनका क़त्ल कर दिया जाएगा और उन्हें ख़त्म कर दिया जाएगा। उनका एक