है, एक मुखौटा है जो हमेशा अच्छा-अच्छा दिखना और दिखाना चाहता है। लेकिन ग़लत समझ लिए जाने का जोखिम उठाकर भी, प्रेम एक रचनात्मक समालोचक बना रहता है। अधिकांश लोगों का प्रेरणा स्तर बहुत ऊँचा नहीं होता। आगे बढ़ने के लिए आपको किसी बाहरी व्यक्ति या चीज़ की ज़रूरत पड़ती है। लाड़ आपको आपकी कर्मठता के निचले स्तर में, आपकी आरामतलबी में पड़ा रहने देने का अधर्म करता है। प्रेम, मित्र के सृजन के लिए, मित्रता को भी दाँव पर लगा देता है। ‘जीवन के प्रति ख़ुद को और ज़्यादा समर्पित करो’ - प्रेम का यही संदेश रहता है, वह भी पूरे ज़ोर-शोर से। आप जैसे हैं, वह आपको वैसा ही नहीं रहने देता। जो बदलता नहीं है, वह बढ़ता भी नहीं