हमेशा एक जोड़ी जूतों के लिए तरसता रहा, जब तक कि मैंने बिना पैरवाला व्यक्ति नहीं देखा था। इस सादगीपूर्ण विचार का चित्र हमेशा मेरे साथ रहा है। एक गांधीवादी विचार भी है : 'यहाँ दुनिया की जरूरतों के लिए पर्याप्त धन है, परंतु वह दुनिया के लालच के लिए पर्याप्तप्त नहीं