“मनुष्य को किस चीज़ के लिए प्रयास करना चाहिए? काम, धर्म, अर्थ और मोक्ष। लेकिन वास्तविकता ये है कि अगर आप ग़रीब हों, तो न तो आपकी पत्नी आपको प्यार करेगी और न संतानें, अगर नागरिक वित्तीय प्रोत्साहन या दंड से प्रेरित न हों तो वो अपने कर्तव्य पूरा नहीं करेंगे, और कौन मनुष्य मोक्ष की खोज में अपना सांसारिक जीवन त्यागेगा अगर उसके परिवार के पास सहारे के लिए धन न हो? मैं एक शिक्षक हूं—लेकिन अर्थशास्त्र का शिक्षक। मनुष्य की आजीविका का स्रोत है धन, और इसे प्राप्त करने और बनाए रखने का विज्ञान है राजनीति!”

