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एक पल के लिए तो मैं हैरान रह गई कि यह उसका सपना था या मेरा। यकीनन, दोस्तों के सपनों में भी तालमेल होता है, है कि नहीं?
कभी-कभी मुझे इंसानों पर तरस आता है कि वे दूसरे जीवों की तरह एक जगह से दूसरी जगह नहीं जा सकते। जीवों के लिए कोई बॉर्डर नहीं है, सिवाय उन जगहों के जहां वो खुद जा सकें। इंसान ही है, जो कहता है कि वो आजाद होकर जीता है, लेकिन वह अपनी जगह की बाधाओं में घिरा है। हम सिर्फ अपने काम से ही नहीं बंधे हैं, बल्कि अपने घरों से भी। हम घूमते नहीं हैं। हम छोटी सी, निर्जन जगह पर रहते हैं--ऐसी जगह जिसे शायद पिंजरा ही कहा जा सकता है। हमारी काम की निश्चित जगह है, हम रोज एक ही तरह का खाना खाते हैं, और एक ही तरह के लोगों से मिलते हैं। मेरे लिए वो पिंजरा पुणे है।
'जब भावनाएं निर्मल हों, और दिल सच्चा, तो भगवान भी नियति बदलने के लिए आपका साथ देता है,'
'कुछ औरतें अपनी सुंदरता से तुम्हारा दिल चुरा लेती हैं, कुछ अपनी होशियारी से तुम्हारा दिमाग और कुछ सिर्फ अपनी उपस्थिति से ही तुम्हारी आत्मा को चुरा लेती हैं। लेकिन अगर तुम किसी ऐसी महिला से मिलो, जो बिना कुछ किए ही तुम्हारा सब कुछ चुरा ले जाए, तो वही तुम्हारे लिए बनी है।'
हममें से कोई नहीं जानता कि भगवान कब हमारे चाहने वालों को हमसे दूर कर दे। तो अपनी जिदंगी के हर पल, और जिंदगी में आए हर इंसान का साथ एंजॉय करो।'
'आखिर में हम हमेशा उन बातों का अफसोस करते हैं, जो हम नहीं कर पाए, उस प्यार का जिसे हमने नहीं कबूला, उन सपनों का जिनके लिए हम नहीं लड़े।'
'तुम्हें पता है कि एक आदमी औरत के साथ सबसे बुरा क्या कर सकता है?' मैंने कंधे उचकाए। 'हां उससे बेवफाई करके।' 'नहीं उसे अपने प्यार में पागल करके, वो भी तब जब वो उसे प्यार लौटा नहीं सकता।'
मैंने उसे चूमा, और अपना चेहरा उसके चेहरे से सटाकर दोनों के आंसू मिला दिए।