लगा दी और आदेश दिया कि अगर कोई भी गाय जिबह करते पकड़ा गया, तो उसे सख़्त सजा दी जाएगी और उसे तोप से उड़ा दिया जाएगा। पुलिस ने भी फ़ौरन इस आदेश पर अमल किया, यहां तक कि उन्होंने अगर किसी कबाब वाले को भी गाय का कबाब लगाते देखा, तो उसे भी गिरफ़्तार कर लिया। उनमें से एक हाफिज अब्दुर्रहमान ने दरबार में दर्ख़ास्त भेजी और कसम खाई कि वह कसाई नहीं है, इसलिए गाय जिबह करने के इल्जाम का जिम्मेदार नहीं था। उसने कबाब लगाने का कारोबार हाल ही में शुरू किया था, जब उसके अपने कारोबार को सिपाहियों ने तहस-नहस कर

