भले ही यह वल्कल वस्त्र इसके शरीर के अनुकूल नहीं है, फिर भी यह इसके सौन्दर्य को न बढ़ाता हो, यह बात नहीं। क्योंकि काई लगी होने पर भी कमल सुन्दर होता है। चन्द्रमा का मलिन कलंक भी उसकी शोभा को बढ़ाता है। यह छरहरी युवती वल्कल वस्त्रों से और अधिक सुन्दर लग रही है।