धन इसलिए उधार देता हूँ, क्योंकि मैं अपने व्यापार में जितने धन का प्रयोग कर सकता हूँ, मेरे पास उससे ज़्यादा धन है। मैं चाहता हूँ कि मेरा अतिरिक्त धन दूसरों के लिए मेहनत करे और उससे ज़्यादा पैसा कमाया जा सके। मैं धन गँवाने का जोख़िम नहीं लेना चाहता हूँ क्योंकि मैंने इसे हासिल करने के लिए काफ़ी मेहनत की है और बहुत सी इच्छाओं का त्याग किया है। इसलिए मैं इसे वहाँ उधार नहीं दूँगा, जहाँ मुझे यह विश्वास न हो कि यह सुरक्षित रहेगा और मेरे पास वापस आएगा। मैं इसे वहाँ भी उधार नहीं दूँगा, जहाँ मुझे यह विश्वास न हो कि इसका ब्याज मुझे समय पर दिया जाएगा।”

![बेबीलोन का सबसे अमीर आदमी [Babylon Ka Sabse Amir Aadmi]](https://i.gr-assets.com/images/S/compressed.photo.goodreads.com/books/1481273898l/33297116._SY475_.jpg)