Alok Srivastava

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सभी चीज़ें एक ही मूल निराकार तत्व से बनती हैं। अलग-अलग दिखने वाले सभी तत्व वास्तव में एक ही तत्व के भिन्न संस्करण हैं। प्रकृति में पाए जाने वाले सभी सजीव और निर्जीव आकार बस उसी तत्व के भिन्न-भिन्न आकार हैं; तत्व में रखे गए विचार उस विचार में मौजूद आकार को पैदा करते हैं।
Amir Banane Ka Naya Vigyan
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