यह न सोचें कि दुनिया ग़रीबी से उबर रही है, बल्कि यह सोचें कि दुनिया अमीर बन रही है। याद रखें कि अमीर बनने में दुनिया की मदद करने का एकमात्र उपाय स्वयं अमीर बनना है, प्रतिस्पर्धी तरीक़े से नहीं, बल्कि सृजनात्मक तरीक़े से। अपना पूरा ध्यान अमीर बनने पर केंद्रित करें। ग़रीबी, कमी या दुख के किसी भी रूप पर ध्यान न दें।

