Rajeev Awasthi

73%
Flag icon
किताबों में जो इतिहास लिखा या लिखवाया जाता है....और साक्षातकारों में जो दर्ज कराया जाता है....पेशेवर कलम- घिस्सुओं द्वारा जिस तरह तथ्यों के सहारे दस्तावेजी इतिहास बनाया जाता है, वह इतिहास नहीं होता....इतिहास वह होता है जो दिलो-दिमाग़ की तख़्ती पर लिखा जाता है....और उस इबारत को कोई पढ़ न ले, इसलिए उसे फौरन मिटाया जाता है....उस मिटी हुई इबारत को सिर्फ़ वही अदीब पढ़ सकता है जो सुकरात, गौतम बुद्ध, ईसा या गाँधी की भाषा पढ़ सकता है....
कितने पाकिस्तान
Rate this book
Clear rating