खून की स्याही से तलवारों ने जो इतिहास धरती की छाती पर लिखा है, वही निर्णायक इतिहास नहीं है...यह तो वह इतिहास है जो पेशेवर इतिहासकार लिख सकते थे, या उनसे लिखवाया गया। इन इतिहासों के अलावा इतिहास के उन्हीं नायकों के मन, इरादों, पश्चातापों का एक ज्यादा बड़ा इतिहास होता है जो पेशेवर इतिहासकार नहीं लिख सकते...इसीलिए बाबर का बाबरनामा इतिहास की ज़्यादा सही और सच्ची पुस्तक है...