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वह पैसा खाता है न!गाली वही दे सकता है, जो रोटी खाता है
जो सरकारी कर्मचारी जितना नम्र होता है, वह उतने ही पैसे खाता है ।
साहित्य उनसे छूट गया है, क्योंकि साहित्य का काम अच्छी दुकान या अच्छी नौकरी लगने तक ही होता है ।
यह नियम पूरे देश में लागू है कि जिसे जहाँ से तनख्वाह मिलती है, वह वहाँ सो सकता है