चमचा यानी 'स्टूज' । हर बड़े आदमी का—कम—से—कम एक होता है । जिनकी हैसियत अच्छी है, वे एक से ज्यादा चमचे रखते हैं । सारे फरिश्ते भगवान के चमचे हैं । शैतान ने भगवान का चमचा बनने से इनकार किया, तो उसे स्वर्ग से निकाल दिया गया—जैसे गैर-चमचे को चुनाव-टिकट नहीं दिया जाता ।