AJAY KUMAR

29%
Flag icon
गाल फुलाकर वे भर्राये गले से बोले, ‘‘देश–भर में यही हाल है।’’ गला देश–भक्ति के कारण नहीं, खाँसी के कारण भर आया था।
राग दरबारी
Rate this book
Clear rating