AJAY KUMAR

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कौन है साला दस–पाँच रुपये देनेवाला ? उधर के खोंचेवालों का चालान किया था, सब साले दो–दो रुपये टिकाने को तैयार हैं। हमने भी कहा कि चालान ही चाहते हो तो लो, वही किए देते हैं।’’
राग दरबारी
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