AJAY KUMAR

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कहते–कहते उसकी आवाज़ में उन संन्यासियों की खनक आ गई जो पैसा हाथ से नहीं छूते, सिर्फ़ दूसरों को यह बताते हैं कि तुम्हारा पैसा हाथ का मैल है।
राग दरबारी
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