रंगनाथ को तब तक पता चल चुका था कि हैटवाले आदमी का नाम ‘सिंह साहब’ है। वे इस हलक़े के सैनिटरी इन्स्पेक्टर हैं। यह भी मालूम हुआ कि उनकी साइकिल पकड़कर खड़ा होनेवाला आदमी ज़िलाबोर्ड का मेम्बर है और हैट पकड़कर खड़ा होनेवाला आदमी उसी बोर्ड का टैक्स–कलेक्टर है।