Mahesh Bhatt

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शान्ति–दूत की तरह बिना बुलाये झगड़े के बीच में घुसकर ‘जाने दो’, ‘जाने दो’ कहने की और उसी लपेट में एक करारा झाँपड़ खाकर ‘कोई बात नहीं’ कहते हुए वापस आ जाने की निस्संगता उनके स्वभाव में नहीं थी।
राग दरबारी
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