Suyash Singh

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दांव पर मैं भी दांव पर तू भी बे ख़बर मैं बे ख़बर तू भी   आसमां मुझ से दोस्ती कर ले दरबदर मैं भी दरबदर तू भी   कुछ दिनों शहर की हवा खा ले सीख जायेगा सब हुनर तू भी   मैं तेरे साथ तू किसी के साथ हमसफ़र मैं भी हमसफ़र तू भी   हैं वफ़ाओं के दोनों दावेदार मैं भी इस पुलसिरात 1 पर, तू भी   ऐ मेरे दोस्त तेरे बारे में कुछ अलग राय थी मगर , तू भी
नाराज़
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