Shardul Kulkarni

41%
Flag icon
बुद्धम शरणम गच्छामि, और बुद्धम शरणम गच्छामि— ये जाप मुसलसल सुनते सुनते, अब लगता है जैसे मंतर नहीं, चेतावनी है ये— “मुक्ति राह” से बाहर आना,— अब उतना ही मुश्किल है, जितना संसार से बाहर जाना मुश्किल था!!
Shardul Kulkarni
beautifull.
avani kulkarni liked this
avani kulkarni
· Flag
avani kulkarni
Wow!
रात पश्मीने की
by Gulzar
Rate this book
Clear rating