Utkarsh Garg

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“फिर तो मिल चुका तुम्हें कोई। वैसे भी हम बातों से नहीं दूसरे की आदतों से बोर होते हैं। जब कोई ऐसा मिले जिसकी आदतों से बोर न हो तब झट से कर लेना शादी या फिर जब किसी के साथ रहते हुए शादी की जरूरत ही महसूस न हो तब करना शादी।”
मुसाफिर Cafe
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