हम सभी का अपना एक फेवरेट शहर होता है जहाँ हम रिटायर होने के बाद रहना चाहते हैं। कमाल की बात है कि हम उस शहर का पता जानने के बाद भी कभी वहाँ पहुँच नहीं पाते। अगर जिंदगी के पते पर पहुँचना इतना आसान होता तो जिंदगी की औकात दो नंबर के GK के सवाल भर की होती।