Apoorva Ashu

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बातें दुनिया की तमाम खूबसूरत जरूरी चीजों जैसी हैं जो कम-से-कम दो लोगों के बीच हो सकती हैं। बातें हमारे शरीर का वो जरूरी हिस्सा होती हैं जिसको कोई दूसरा ही पूरा कर सकता है। अकेले बड़बड़ाया जा सकता है, पागल हुआ जा सकता है, बातें नहीं की जा सकती।
मुसाफिर Cafe
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