More on this book
Community
Kindle Notes & Highlights
जिंदगी को सही से समझने के लिए किताबें ही नहीं बातें भी पढ़नी पड़ती हैं।
अकेले बड़बड़ाया जा सकता है, पागल हुआ जा सकता है, बातें नहीं की जा सकती।
किताब की अंडरलाइन अक्सर वो फुल स्टॉप होता है जो लिखने वाले ने पढ़ने वाले के लिए छोड़ दिया होता है।
पहली बार के बाद हम बस अपने आप को दोहराते हैं और हर बार दोहरने में बस वो पहली बार ढूँढ़ते हैं।
रोज मुंबई स्टेशन पर कुछ लोग नहीं, सैकड़ों शहर, हजारों लोग और लाखों सपने उतरते हैं।
“वो रिश्ते कभी लंबे नहीं चलते जिनमें सबकुछ जान लिया जाता है।”
थोड़ा अजीब है लेकिन समंदर जितना बेचैन होता है हम उसके पास पहुँचकर उतना ही शांत हो जाते हैं।
जिंदगी एक ऐसा राज़ है जो बिना जाने हर जेनेरेशन बस आगे बढ़ाते चले जाती है।
जिंदगी की सबसे अच्छी और खराब बात यही है कि ये हमेशा नहीं रहने वाली।
मुझे बस एक चीज पता है, मैं नौकरी करते हुए रिटायर नहीं होना चाहता।
“जरूरी है कि हर कोई कुछ-न-कुछ करे, हम बिना कुछ किए नहीं रह सकते!”
जो दिन तेजी से बीत जाते हैं, वो अच्छे होते हैं।
पुरानी जगहों पर इसलिए भी जाते रहना चाहिए क्यूँकि वहाँ पर हमारा पास्ट हमारे प्रेजेंट से आकर मिलता है।
जिंदगी की सबसे अच्छी बात यही है कि वो रह-रह हमारी उदासियों और बेचैनियों के बहाने हमें नींद से जगाती रहती है।
थोड़ा अजीब है लेकिन हमारी जिंदगी के कई असली केवल इसीलिए असली हैं क्यूँकि वो अभी तक नकली साबित नहीं हुए हैं।
शहर छोटा या बड़ा वहाँ रहने वालों की नींद से होता है।
ठिकाना तो कोई भी शहर दे देता है, गहरी नींद कम शहर दे पाते हैं।
असल में किताबें दोस्त तब बनती हैं जब हम सालों बाद उन्हें पहली बार की तरह छूते हैं।
किसी कि आत्मा समझनी हो तो उन किताबों में लगी अंडरलाइन को पढ़ना चाहिए।
‘यदि प्रत्येक व्यक्ति अपनी जीवनी लिखने लगे तो संसार में सुंदर पुस्तकों की कमी न रहे’।
किताबें मजा देती हैं और अच्छी किताबें मजे-मजे में पता नहीं कब बेचैनी दे देती हैं।
अपनी जिंदगी के बारे में किताब की तरह सोचने से समझ में आता है कि हम रोज कैसी टुच्ची जिंदगी जीने के लिए मरे जा रहे हैं।
यादें तो इतनी हो गई हैं कि नयी यादें बनाने की जरूरत नहीं है, पुरानी वाली रिवाइज करके ही काम चल जाएगा।”
“सपने टूटते कम हैं छूटते ज्यादा हैं।
Basically I wanted a world made up of books, chai, hills & rains.
जिनके पास खोने के लिए कुछ नहीं होता वो फैसले जल्दी ले लिया करते हैं।
हममें से किसी के भी पास जिंदगी के अलावा खोने को कुछ नहीं
गलतियाँ सुधारनी जरूर चाहिए लेकिन मिटानी नहीं चाहिए। गलतियाँ वो पगडंडियाँ होती हैं जो बताती रहती हैं कि हमने शुरू कहाँ से किया था।
कोई पैसे के पीछे कितना भी भाग ले, पैसा कभी पलट के आपको गले नहीं लगा सकता।
“क्यूँकि झूठ में उम्मीद होती है।”