Vikrant

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मिस्टर तंखा दाँव-पेंच के आदमी थे, सौदा पटाने में, मुआमला सुलझाने में, अड़ंगा लगाने में, बाल- से तेल निकालने में, गला दबाने में, दुम झाड़कर निकल जाने में बड़े सिद्‌धहस्त। कहिये रेत में नाव चला दें, पत्थर पर दूब उगा दें। ताल्लुक़ेदारों को महाजनों से क़रज़ दिलाना, नयी कंपनियाँ खोलना, चुनाव के अवसर पर उम्मेदवार खड़े करना, यही उनका व्यवसाय था। खासकर चुनाव के समय उनकी तकदीर चमकती थी। किसी पोढ़े उम्मेद-वार को खड़ा करते, दिलोज़ान से उसका काम करते और दस-बीस हज़ार बना लेते। जब कांग्रेस का ज़ोर था कांग्रेस के उम्मेदवारों के सहायक थे। जब सांप्रदायिक दल का ज़ोर हुआ, तो हिंदूसभा की ओर से काम करने लगे; मगर इस उलट-फेर ...more
Vikrant
Political broker
गोदान [Godan]
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