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Kindle Notes & Highlights
बूढ़ों के लिए अतीत के सुखों और वर्तमान के दुःखों और भविष्य के सर्वनाश से ज़्यादा मनोरंजक और कोई प्रसंग नहीं होता।
'आश्चर्य अज्ञान का दूसरा नाम है।'
हम जिनके लिए त्याग करते हैं उनसे किसी बदले की आशा न रखकर भी उनके मन पर शासन करना चाहते हैं, चाहे वह शासन उन्हीं के हित के लिए हो, यद्यपि उस हित को हम इतना अपना लेते हैं कि वह उनका न होकर हमारा हो जाता है।

![गोदान [Godan]](https://i.gr-assets.com/images/S/compressed.photo.goodreads.com/books/1480617601l/33220021._SY475_.jpg)