Sagar Singh

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देखो, किरायेदार का अपना कोई शहर नहीं होता। दिल्ली के लाखों मकानों में जाने कितने शहर रहते होंगे। तुम उन्हीं मकानों की छत पर मिली थीं। पता ही बदलने जा रहा है।
Ishq mein shahar hona (Hindi)
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