बहुत पहले मैं एक लड़की को जानता था जो चिड़िया हो जाने का सपना देखा करती थी। हम अक्सर एक–दूसरे से अपने सपनों की बात करते थे। बात हम सीधी करते थे पर मुझे वह सारी बातें सपनों–सी लगती थीं। मैं उससे जब भी कहता कि मुझे मेरे सपने कभी याद नहीं रहते तो वह हँस देती थी। वह कहती थी कि यह कोई रटने वाली चीज़ थोड़ी है जिसे याद रखना होता है। उसे सब याद था।