Sapna

23%
Flag icon
उन सीधी बातों के शब्द इतने नुकीले थे कि वह मेरे कंठ में कहीं अटक जाते, चुभने लगते।
ठीक तुम्हारे पीछे [Theek Tumhare Peechhe]
Rate this book
Clear rating