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Kindle Notes & Highlights
जीवन, तुमसे ज्यादा असार भी दुनिया में कोई वस्तु है?
सांस का भरोसा ही क्या और इसी नश्वरता पर हम अभिलाषाओं के कितने विशाल भवन बनाते हैं! नहीं जानते, नीचे जानेवाली सांस ऊपर आयेगी या नहीं, पर सोचते इतनी दूर की हैं, मानो हम अमर हैं।
आप लड़के का विवाह करते हैं कि उसे बेचते हैं?
दुधार गाय की लात किसे बुरी मालूम होती है?
यह रूपवती है, गुणशीला है, चतुर है, कुलीन है, तो हुआ करे, दहेज नही तो उसके सारे गुण दोष है, दहेज हो तो सारे दोष गुण है। प्राणी का कोई मूलय नही, केवल देहज का मूल्य है। कितनी विषम भगयलीला है!
प्रेम में असीम विश्वास है, असीम धैर्य है और असीम बल है।
जब एक बात दिल में आ गई,तो उसे हुआ ही समझना चाहिये। अवसर और घात मिले, तो वह अवश्य ही पूरी हो।

