दाऊद ने परदेसी का जिस तरह आख़िर तक पीछा किया वह इस बात की मिसाल है कि बदला लेने के मामले में वह कितना अड़ियल हो सकता है। परदेसी ने उसका मक़सद पूरा कर दिया था फिर भी वह उसके शिकार के लिए पीछे लगा रहा तो सिर्फ़ इसलिए कि उसने पुलिस के सामने अपनी ज़ुबान से दाऊद का नाम फिसल जाने दिया था। दाऊद ने छोटी से छोटी धोखेबाज़ी को न तो माफ़ किया और न ही कभी भूला।