एक अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर बताता है कि ‘पहला विश्वयुद्ध एक भटके हुए टेलिग्राफ़ की वजह से हुआ था। जब ऑक डयूक फ़र्डिनैन्ड की ऑस्ट्रिया में हत्या कर दी गई, तो मोर्स कोड का इस्तेमाल करते हुए एक टेलिग्राफ़ ने तमाम सम्बन्धित लोगों को चौकन्ना कर दिया था। नतीजतन, जर्मनी फुर्ती से हरकत में आया और उसने ऑस्ट्रिया पर क़ब्ज़ा कर लिया। ऐसे थे वे खतरे जिन्होंने सल्तनतों को लड़ाई के दौरान टेलिग्राफ़ को नियन्त्रित करने की ज़रूरत का एहसास कराया था। सावन्त